Sunday, January 20, 2019

Kuch panktiyaan ...10

हर ज़िक्र की एक सख्शियत जरूर होती है ,
हर ज़ज़्बात की एक हकीकत जरूर होती है,
है अगर कोई ज़िंदा तुम इस जहां में तो,
धड़कन की एक आवाज़ में भी
कई बात होती है,

यूँ तो वक़्त हर ज़िक्र की हक़ीक़त जानता है,
पर उसकी ज़िंदा आँखें भी कोई बात कह जाता है ।